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Thursday, 27 January 2022

केसे मैरे अपनी समृधि कोलायत

बालो में तेल न लगाना, या फिर लगा कर एक आध घंटे में धो देना , मतलब शनि देव को नाराज करना, धन की देवी लक्ष्मी को नाराज करना, 
नए कपड़े जानबूझ कर रात को डालकर सो जाना ,ताकि खराब हो , ओर फिर किसी काम वाली को दे दिए जाएं तकिए खरीद3 जा सके, होते सोते ,हर समय दिमाग मे ये बात रखना की कपड़े नही है, ठीक ठाक कपड़े  सिर्फ इसलिए किसी को दे देना की ओर खरीदे जा सके , अच्छे भले शुक्र को खराब कर देती है ये आदते,फिर धन सिर्फ इतना ही आता है ,की बस टाइम पास सके, समृद्धि नही आती।
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Tuesday, 25 January 2022

राहु के खराब होने के 34 लक्षण

राहु के खराब होने के 34 कारण-लक्षण, जीवन में अचानक देता है बड़ा झटका,
किसी की कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी अर्थात नेक या खराब अर्थाद बद है तो उसका अलग असर होता है परंतु कई बार अन्य कारणों से भी राहु खराब होकर अशुभ फल देने लगता है, फिर चाहे  कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी हो। आओ  आज बात करते है  उन 34 कारणों और लक्ष्णों की जिन्हें आप जान उनका समाधन करके राहु द्वार जीवन में खड़ी होने वाली अचानक परेशान से बच सकते हैं।
 
 1 बिजली के उपकरणो के खराब होने का सिलसिलशुरू होना,
2 घर की साफ सफाई न रखना
3. शौचालय का गंदा या टूटा फूटा रहना।
4. घर का नैऋत्य कोण दूषित होना।
5. पेट के बल सोना
6. अतीत का रोना रोते रहना और भविष्य की कल्पना कर खयालीपुलाव पकाना। 
7.  जादू, तंत्र, मन्त्र टूना टोना आदि के चक्कर में पड. अनावश्यक कल्पना, आशंका, कुशंका, डर और बेचैनी का बना रहना।
9. रात को नींद न आना। रात को सपने ही सपने ही आना।
10. दिमाग में विचार या निर्णयों का बार-बार बदलते रहना। 
12. पानी, आग और ऊंचाई से ज्यादा डरना।
13. किसी पर भी विश्वास नहीं करना आदि।
14. दूसरों के खिलाफ षड़यंत्र की बातें सोचना।
15. भयभीत करने वाले स्वप्न आना या चमककर उठ जाना।
16. अचानक शरीर अकड़ने लगे।
17. बेकार के दुश्मन पैदा होना।
18. बेईमान या धोखेबाज बन जाना।
19. मद्यपान करना।
20. अतिसंभोग करना।
21. सिर में चोट लग जाना।
22. घटना दुर्घटना का बढ़ जाना।
23. गृहकलह करते रहना।
24. दिमाग में भ्रम बना रहना। हमेशा भ्रमित ही रहना।
25. राहु वाले स्थान पर रहना। जैसे जहां मटन-मांस बिकता है, शराब बिकत
26 घर की दहलीज का दब जाना, खराब हो जाना।
27  सीढ़ियों का वास्तु अनुसार नहीं बनना या खराब रहना।
29 घर की औरतों का बालो में तेलन लगाना व उन्हें खुला रखना
30 नाखून बड़े रखना, उनको समय पर नही काटना,



Sunday, 9 September 2018

                 राहु के शुभ-अशुभ लक्षण






ज्योतिष के जनक महर्षि पराशर के अनुसार राहु ग्रह को पितामह (दादा), समाज एवं जाती से अलग लोग (विद्रोही भी), सर्प, सामाजिक जहर का फैलाना, क्रानिक बीमारियां, भय, विधवा, दुर्वचन, तीर्थ यात्रायें, निष्ठुर वाणी, विदेश में जीवन, त्वचा पर दाग, सरीसृप, महामारी, किसी महिला से अनैतिक संबन्ध, नानी, व्यर्थ के तर्क, भडकाऊ भाषण, बनावटीपन, दर्द और सूजन, डूबना, अंधेरा, दु:ख पहुंचाने वाले शब्द, निम्न जाति, दुष्ट स्त्री, जुआरी, विधर्मी, चालाकी, संक्रीण सोच, पीठ पीछे बुराई करने वाले, पाखण्डी, बुरी आदतों के आदी, जहाज के साथ जलमग्न होना, डूबना, रोगी स्त्री के साथ आनन्द लेना, अंगच्छेदन होना, डूबना, पथरी, कोढ, बल, व्यय,आत्मसम्मान, शत्रु, मिलावट दुर्घटना, नितम्ब, देश निकाला, विकलांग, खोजकर्ता, शराब, झगडा, गैरकानूनी, तरकीब से सामान देश से अन्दर बाहर ले जाना, जासूसी करना, आत्महत्या, विषैला, विधवा, पहलवान, शिकारी, दासता, शीघ्र उत्तेजित होने इत्यादि का कारक होता है।
कौन कौन से दोष आ जाते हैं, राहु खराब होने पर :-
जैसे की कहा जाता है, पीपल की छाया में सोने वाले को किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता परंतु यदि बबूल की छाया में सोते रहें तो श्वास रोग या चर्म रोग हो सकता है।
इसी प्रकार ग्रहों की छाया का भी हमारे जीवन पर प्रभाव पढ़ता है। नवग्रहों में राहु ग्रह हमारी बुद्धि भ्रमित करता है, लेकिन जो चतुराई हमारी बुद्धि में पैदा होती है, उसका कारक भी राहु ही है। ज्योतिष शास्त्र में राहु के दोषपूर्ण या खराब होने पर जातक चतुराई से घोटाले तो करता है, परंतु एक दिन अपने ही बुने जाल में बुरी तरह फंस जाता है।
क्यों होता है राहु खराब ? :-

1 :- यदि कोई व्यक्ति अपने गुरु या फिर अपने धर्म का  माता पिता का अपमान करता है, तो उस व्यक्ति का राहू ग्रह अवश्य बुरा फल देता है।

2 :- यदि कोई व्यक्ति शराब का सेवन नियमित करता है, या फिर पराई स्त्री के साथ सम्बन्ध बनाने की इच्छा रखता है, या उसे बुरी नजर से देखता है  तो उसका राहू ग्रह अवश्य बुरा फल देता है।

3 :- यदि कोई व्यक्ति ब्याज वाले पैसों का प्रयोग घर में करता है तो, उस व्यक्ति का राहू ग्रह अवश्य बुरा फल देता है।

4 :- यदि कोई व्यक्ति चतुराई से किसी को धोखा देता है, और झूठ बोलने की आदत को नहीं छोड़ता तो उस व्यक्ति का राहू ग्रह बुरा फल देता है।

5 :- यदि कोई व्यक्ति हमेशा तामसिक भोजन करता है तो, उस व्यक्ति का राहू ग्रह बुरा फल देता है।

6 :- यदि कोई व्यक्ति खाना हमेशा घर से बाहर खाता है, या बाहर का खाना हमेशा खाता है तो, उस व्यक्ति का राहू ग्रह बुरा फल देने लगता है।

           राहु खराब  को कैसे पहचानेगे ? :-

1 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके ससुर, साले या साली से झगडा बढ़ने लगेगा।

2 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके सोचने की ताकत कम हो जायेगी।

3 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके जीवन में शत्रु बढ़ जायेंगे, और सोचने की क्षमता कम होने लगती है।

4 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके साथ दुर्घटना, पुलिस केस, या पत्नी के साथ लड़ाई झगडे में बढ़ोत्तरी हो जायेगी।

5 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो वो व्यक्ति छोटी छोटी बातों पर गुस्सा होने लगता है, और लोगों के साथ सही तालमेल नहीं बिठा पाता है।

6 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उस व्यक्ति का एक तरह से दिमाग खराब होने लगता है, और उस व्यक्ति के सर में फालतू में छोटी छोटी चोट लगने लगती है या चक्कर आते हैं।

7 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो वह व्यक्ति अधिक मदिरापान या फिर सम्भोग/हस्तमैथुन की तरफ भागने लगता है।

8 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो व्यक्ति नीच हरकते करने लगता है, और निर्दयी हो जाता है।


        राहु ग्रह खराब होने से होने वाले रोग :-


1 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो सबसे पहले उसको गैस से सम्बन्धित शिकायत बढ़ने लगती है।

2 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके बाल झड़ने लगते हैं, तथा बवासीर से सम्बन्धित भी समस्या होने लगती है।

3 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो वो जातक पागलों की तरह व्यवहार करेगा और लगातार मानसिक तनाव में रहेगा।

4 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके नाखून अपने आप ही टूटने लगते हैं और व्यक्ति के सर में पीड़ा या दर्द बनी रहती है।

5 :- किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उस व्यक्ति को अचानक पता चलेगा की मुझे कोई बीमारी है और उस पर पैसा भी खूब खर्चा होगा तथा व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।



उपाय:- किसी भी मंदिर में बल्ब या टयूब लगवाएं। हाथी को मूली खिलायें पत्तों समेत। झोपड़ी में रहने वालों को मूली दो।सिर पर चोटी रखो।








गाय के घी के उपयोग :

रोगानुसार गाय के घी के उपयोग :
१. गाय का घी नाक में डालने से पागलपन दूर होता है ।
२. गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी खत्म हो जाती है
३. गाय का घी नाक में डालने से लकवा का रोग में भी उपचार होता है ।
४. 20-25 ग्राम गाय का घी व मिश्री खिलाने से शराब, भांग व गांजे का नशा कम हो जाता है ।
५. गाय का घी नाक में डालने से कान का पर्दा बिना ओपरेशन के ही ठीक हो जाता है ।
६. नाक में घी डालने से नाक की खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा हो जाता है ।
७. गाय का घी नाक में डालने से कोमा से बाहर निकल कर चेतना वापस लोट आती है
८. गाय का घी नाक में डालने से बाल झडना समाप्त होकर नए बाल भी आने लगते है ।
९. गाय के घी को नाक में डालने से मानसिक शांति मिलती है, याददाश्त तेज होती है ।
१०. हाथ-पॉँव मे जलन होने पर गाय के घी को तलवो में मालिश करें जलन ठीक होता है ।
११. हिचकी के न रुकने पर खाली गाय का आधा चम्मच घी खाए, हिचकी स्वयं रुक जाएगी ।
१२. गाय के घी का नियमित सेवन करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है ।
१३. गाय के घी से बल और वीर्य बढ़ता है और शारीरिक व मानसिक ताकत में भी इजाफा होता है ।
१४. गाय के पुराने घी से बच्चों को छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत दूर हो जाती है ।
१५. अगर अधिक कमजोरी लगे, तो एक गिलास दूध में एक चम्मच गाय का घी और मिश्री डालकर पी लें ।
१६. हथेली और पांव के तलवो में जलन होने पर गाय के घी की मालिश करने से जलन में आराम आयेगा ।
१७. गाय का घी न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है और इस बीमारी के फैलने को भी आश्चर्यजनक ढंग से रोकता है ।
१८. जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक की तकलीफ है और चिकनाई खाने की मनाही है तो गाय का घी खाएं, इससे ह्रदय मज़बूत होता है ।
१९. देसी गाय के घी में कैंसर से लड़ने की अचूक क्षमता होती है। इसके सेवन से स्तन तथा आंत के खतरनाक कैंसर से बचा जा सकता है ।
२०. गाय का घी, छिलका सहित पिसा हुआ काला चना और पिसी शक्कर या बूरा या देसी खाण्ड, तीनों को समान मात्रा में मिलाकर लड्डू बाँध लें । प्रतिदिन प्रातः खाली पेट एक लड्डू खूब चबा-चबाकर खाते हुए एक गिलास मीठा गुनगुना दूध घूँट-घूँट करके पीने से स्त्रियों के प्रदर रोग में आराम होता है, पुरुषों का शरीर मोटा ताजा यानी सुडौल और बलवान बनता है ।
२१. फफोलों पर गाय का देसी घी लगाने से आराम मिलता है ।
२२. गाय के घी की छाती पर मालिश करने से बच्चो के बलगम को बहार निकालने मे सहायता मिलती है ।
२३. सांप के काटने पर 100 -150 ग्राम गाय का घी पिलायें, उपर से जितना गुनगुना पानी पिला सके पिलायें, जिससे उलटी और दस्त तो लगेंगे ही लेकिन सांप का विष भी कम हो जायेगा ।
२४. दो बूंद देसी गाय का घी नाक में सुबह शाम डालने से माइग्रेन दर्द ठीक होता है ।
२५. सिर दर्द होने पर शरीर में गर्मी लगती हो, तो गाय के घी की पैरों के तलवे पर मालिश करे, इससे सिरदर्द दर्द ठीक हो जायेगा ।
२६. यह स्मरण रहे कि गाय के घी के सेवन से कॉलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है । वजन भी नही बढ़ता, बल्कि यह वजन को संतुलित करता है । यानी के कमजोर व्यक्ति का वजन बढ़ता है तथा मोटे व्यक्ति का मोटापा (वजन) कम होता है ।
२७. एक चम्मच गाय के शुद्ध घी में एक चम्मच बूरा और 1/4 चम्मच पिसी काली मिर्च इन तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाट कर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से आँखों की ज्योति बढ़ती है ।
२८. गाय के घी को ठन्डे जल में फेंट ले और फिर घी को पानी से अलग कर ले यह प्रक्रिया लगभग सौ बार करे और इसमें थोड़ा सा कपूर डालकर मिला दें । इस विधि द्वारा प्राप्त घी एक असर कारक औषधि में परिवर्तित हो जाता है जिसे जिसे त्वचा सम्बन्धी हर चर्म रोगों में चमत्कारिक कि तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं । यह सौराइशिस के लिए भी कारगर है ।
२९. गाय का घी एक अच्छा (LDL) कोलेस्ट्रॉल है। उच्च कोलेस्ट्रॉल के रोगियों को गाय का घी ही खाना चाहिए । यह एक बहुत अच्छा टॉनिक भी है ।
३०. अगर आप गाय के घी की कुछ बूँदें दिन में तीन बार, नाक में प्रयोग करेंगे तो यह त्रिदोष (वात पित्त और कफ) को सन्तुलित करता है ।
जय गऊ माता

राहु के लिए अद्भुत रत्न




                                                 राहु के लिए अद्भुत रत्न 




राहु कितना भी शुभ या उच्च का ही क्यो न हो कुंडली मे यह कुछ न कुछ  तो अशुभ फल अवश्य देता है वही अशुभ फल जीवन को झँकझकोर कर रख देता है, राहु चाहे तो आसमान की  पर पहुचा दे राहु चाहे तो अर्श से फर्श पर गिरा  दे।
राहु जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है और जब लेने पर आए तो कुछ भी नही छोड़ता राहु ही ऐसा ग्रह है जिसकी 2 प्रकार से पूजा होती है
1-सात्विक
2-तामसिक
मच्छ मणि एक ऐसी मणि है जिसको धारण करने के बाद राहु के अशुभ फल नगण्य हो जाते है।जो ज्योतिष में रुचि रख ज्योतिष बनना चाहता हो , ओर जो राजनीति में छा जाना चाहता हो जो तन्त्र-मन्त्र में सफलता चाहता हो,जो ग्रह क्लेश से पीड़ित हो, जिन पति पत्नी में दूरियां हो,जिसको पेरोनॉर्मल (भूत-प्रेत व पिसाच की पीड़ा ) हो जो अज्ञात भय में जी रहा हो जिसको ऐसी बीमारी हो जो कि डॉक्टर की पकड़ से ही बाहर हो ऐसे व्यक्तियों को मच्छ मणि अ चांदी की रिंग में, या मणि कवच गले मे धारण करना चाहिए।


,,,,,,,,,,,,,,,,मच्छ मणि का उल्लेख वाल्मीकि रामायण के 621 वे अध्याय में आया है कि कैसे श्री हनुमान जी के पसीने से एक मछली   गर्भवती हुई जिससे कि उसको मकरध्वज नामक पुत्र हुआ।
मच्छ मणि के बारे में जितना  लिखे कम है  कि भगवत गीता.. रामायण मे जो लिखा है वो सच है.... ये नवग्रह जो हमारी  पृथ्वी को चला रहे हैं वो सच है..... पहनाते हैं उनके फायदे के लिए वो सच है..... तो  यह भी सच है कि हनुमानजी का एक पुत्रभी है जिन्हें मकरधवज के नाम से जाना जाता है और उसने एक मछली के  गर्ब से जन्म लिया था और वो मछली ही नहीं वो एक मॉ भी थी इसी लिये उन्होंने अपने बेटे की रक्षा करने के लिए अपने सरका पथर निकाल कर अपने बेटे के हाथ में दे  दिया .... आप लोगों को बताना चाहुंगा कि मकरधवज का जन्म राहु काल में हुआ था तभी   श्री राम ने कहा कि ये मछ मणि कलयुग में राहु की दशा और लोगो कि बिमारीयो मे काम आएगी और इसी जाति की सभि मछलियों मेसे पाई जाएगी तभी मै कहता हूँ कि ये मछ मणि भी सच है...... 

गणेश जी को खुश करने के उपाय राशि के अनुसार



               गणेश जी को खुश करने के उपाय राशि के अनुसार,,





गणेश जी को खुश करने के उपाय राशि के अनुसार,,,
 गणेश जी को खुश करने के लिए के 10 उपाय 
नित्य प्रात: व शायंकाल में गणेश की पूजा व दर्शन
बुधवार के दिन मूंग के लड्डू, दूर्वा, गुड़ एवं दक्षिणा गणपति भगवान को अर्पित करें
गणेश मन्त्रों का लाल चंदन की माला से ही जाप करें
पूजा में गणेश कवच, चालीसा, स्त्रोत तथा गणेश के 108 नामों का जाप करें संकटनाशन गणेश स्तोत्र का रोज 21 बार जो भी मनोकामना हो संकल्प लेकर पाठ करें तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी
इन दिनों आप पूर्ण रूप ब्रहंचर्य का पालन करे तथा शुद्ध शाकाहार का सेंवन करें
मंगलवार के दिन गुड़ का भोग लगायें
नाखून काटना, बाल काटवाना, शेव  करना आदि काम न करें
भूखे को मूंग की खिचड़ी खिलायें।
देशी घी व सिंदूर से गणेश भगवान की मालिश करें
11  ,दूर्वा की जोड़ी को गणेश स्त्रोत पढ़ने के बाद चढ़ाएं

मेष राशि की करें इसके लोग  10  ,लडडू शहद में लपेट कर चढ़ातें हैं और ऊॅ गणेशाय नम: का जाप करते हैं तो उनके बि‍गड़े काम बनने लगेंगेा इसी प्रकार

वृष राशि के लोग यदि २ या ११  लडडू का भोग गणेशजी को लगाकर ऊॅ वि‍घ्‍नाशाये नम: का मंत्र पढ़ते हैं तो उनके भी बि‍गड़े काम बनने शुरू हो जायेंगेा

मि‍थुन राशि केलोग  गणेश जी को ३ या 12  ,,,लडडू पान के पत्‍ते पर रखकर चढा़ते हुये ऊॅ लम्‍बोदराय नम:मंत्र का जाप करते हैं तो गणेशजी उनकी सारी परेशानि‍यों को हर लेंगे

कर्क राशि के लोग गणेश जी को खुश करने के लिए 4 या 13  लडडू दूध में लगाकर चढ़ाते हैं और ऊॅ पार्वतीपुत्राय  नम: मंत्र का जाप करते हैं तां उनके भी दुख दूर होने लगेंगेा

सिह राशि के लोग 5 , लडडू शहद में मि‍लाकर चढ़ाते हैं और ऊॅ एकदंताये नम: मंत्र का जाप करते हैं तो उनके भी अच्‍छे दि‍न शुरू हो जायेंगेा

कन्‍या राशि के लोग 6 , लडडू दूर्वा घास मि‍लाकर गणेश जी को अर्पित करते हैं और ऊॅगं गणपतये नम:मंत्र जपते हैं तो उनकी भी सारी परेशानी गणेशजी दूर कर देंगेा

तुला राशि के लोग 7  लडडू मलाई लगाकर गणेशजी को भोग लगाते हैं और ऊॅ सूपकर्णाय नम: मंत्र का जाप करते हैं तो उनकी भी सारी परेशानी दूर हो जायेगी ।इसी प्रकार

वृश्‍चि‍क राशि के लोग 8 , लडडू शहद में मि‍लाकर ऊॅ गणेशाय नम:मंत्र का जाप,

धनु राशि के लोग 9 , लडडू केसरडालकर एंव ऊॅ सिद्धिवि‍नायक नम: मंत्र का जाप,

मकर राशि के लोग 10 ,लडडू ऊॅ वि‍नाकाय नम:का जाप,

कुंभ राशि के लोग 11 ,,लडडू को सौंफ में मि‍लाकर चढ़ाते हैं और ऊॅ वक्रतुंडाय नम:मंत्र का जाप और

मीन राशि के लोग 12  लडडू केसर मि‍लाकर चढ़ाते हैं और ऊॅ पार्वतीपुत्राय नम: मंत्र का जाप करते हैं तो उनके बिगड़ हुये काम बनने लगेंगे।

 इन उपाय के के अलावा हमारे मंदिर में गणेश चतुर्थी के दिन  अभिमंत्रित मौली बंधवा सकते हैं इससे आप सभी शारीरिक मानसिक कष्टों से बचे रहेंगे आपके जीवन की सब प्रकार के   कष्ट  दूर होगे
गणेश जी का पूजन करने से सभी प्रकार के रोग, आर्थिक कमी , भय, नौकरी, व्यवसाय, मकान, वाहन, विवाह, सन्तान, पदोन्नति आदि से जुड़ी समस्याओं का समाधान होगा।


केसे मैरे अपनी समृधि कोलायत

बालो में तेल न लगाना, या फिर लगा कर एक आध घंटे में धो देना , मतलब शनि देव को नाराज करना, धन की देवी लक्ष्मी को नाराज करना,  नए कपड़े जानबूझ क...